कक्षा – पञ्चमी, विषयः – संस्कृतम्
धातुरुपाणि - वद्
(कहना)
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
|
प्र. पु.
|
वदति
|
वदतः
|
वदन्ति
|
म. पु.
|
वदसि
|
वदथः
|
वदथ
|
उ. पु.
|
वदामि
|
वदावः
|
वदामः
|
रक्ष् (रक्षा करना)
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
|
प्र. पु.
|
रक्षति
|
रक्षतः
|
रक्षन्ति
|
म. पु.
|
रक्षसि
|
रक्षथः
|
रक्षथ
|
उ. पु.
|
रक्षामि
|
रक्षावः
|
रक्षामः
|
इसी प्रकार
वद् और खेल् का भी जानना चाहिए ।
संख्या-
एकम् द्वे त्रीणि
चत्वारि पञ्च षट्
सप्त अष्ट नव
दश एकादश द्वादश
त्रयोदश चतुर्दश पञ्चदश
षोडश सप्तदश अष्टादश
नवदश विंशतिः एकविंशतिः
द्वाविंशतिः त्रयोविंशतिः चतुर्विंशतिः
पञ्चविंशतिः ।
शब्दरूपाणि- (देव)
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
|
प्रथमा
|
देवः
|
देवौ
|
देवाः
|
द्वितीया
|
देवा
|
देवौ
|
देवान्
|
षष्ठी
|
देवस्य
|
देवयोः
|
देवानाम्
|
(लता)
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
|
प्रथमा
|
लता
|
लते
|
लताः
|
द्वितीया
|
लताम्
|
लते
|
लताः
|
षष्ठी
|
लतायाः
|
लतयोः
|
लतानाम्
|
(फल)
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
|
प्रथमा
|
फलम्
|
फले
|
फलानि
|
द्वितीया
|
फलम्
|
फले
|
फलानि
|
षष्ठी
|
फलस्य
|
फलयोः
|
फलानाम्
|
सर्वनामशब्दरूप- तत् (त्रिषु लिङ्गेषु)
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
|
पुं.
|
एषः
|
एतौ
|
एते
|
स्त्री
|
एषा
|
एते
|
एताः
|
नपुं
|
एतत्
|
एते
|
एतानि
|
सर्वनामशब्दरूप-
एतत् (त्रिषु लिङ्गेषु)
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
|
पुं.
|
सः
|
तौ
|
ते
|
स्त्री
|
सा
|
ते
|
ताः
|
नपुं
|
तत्
|
ते
|
तानि
|
सर्वनामशब्दरूप – अस्मद्, युष्मद् (प्रथमा वि.)
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
|
अस्मद् (मैं)
|
अहम्
|
आवाम्
|
वयम्
|
युष्मद् (तुम)
|
त्वम्
|
युवाम्
|
यूयम्
|
अव्ययपदानि –
नीचैः = नीचे उपरि
= ऊपर
समीपे = पास में कोणे = कोने में
अन्तः = अन्दर च = और
अधः = नीचे अपि = भी
अद्य = आज बहिः = बाहर
कर्ता-क्रिया-सम्बन्ध –
एकवचन
|
द्विवचन
|
बहुवचन
|
|
प्र. पु
|
सः/सा
पठति
|
तौ/ते
पठतः
|
ते/ताः
पठन्ति
|
म. पु.
युष्मद् (तुम)
|
त्वम्
पठसि
|
युवाम्
पठथः
|
यूयम्
पठथ
|
उ.पु.
अस्मद्
(मैं)
|
अहम्
पठामि
|
आवाम्
पठावः
|
वयम्
पठामः
|
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