Monday, September 8, 2014

कक्षा -पंचमी

कक्षा – पञ्चमी,  विषयः – संस्कृतम्
धातुरुपाणि -  वद् (कहना)

एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्र. पु.
वदति
वदतः
वदन्ति
म. पु.
वदसि
वदथः
वदथ
उ. पु.
वदामि
वदावः
वदामः
                                रक्ष् (रक्षा करना)

एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्र. पु.
रक्षति
रक्षतः
रक्षन्ति
म. पु.
रक्षसि
रक्षथः
रक्षथ
उ. पु.
रक्षामि
रक्षावः
रक्षामः
इसी प्रकार वद् और  खेल् का भी जानना चाहिए ।
संख्या-
एकम्                  द्वे                 त्रीणि
चत्वारि               पञ्च              षट्    
सप्त                     अष्ट              नव
दश                     एकादश        द्वादश
त्रयोदश               चतुर्दश                    पञ्चदश
षोडश                 सप्तदश                   अष्टादश
नवदश                विंशतिः         एकविंशतिः   
द्वाविंशतिः           त्रयोविंशतिः   चतुर्विंशतिः
पञ्चविंशतिः ।


शब्दरूपाणि- (देव)

एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमा
देवः
देवौ
देवाः
द्वितीया
देवा
देवौ
देवान्
षष्ठी
देवस्य
देवयोः
देवानाम्
(लता)

एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमा
लता
लते
लताः
द्वितीया
लताम्
लते
लताः
षष्ठी
लतायाः
लतयोः
लतानाम्
(फल)

एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथमा
फलम्
फले
फलानि
द्वितीया
फलम्
फले
फलानि
षष्ठी
फलस्य
फलयोः
फलानाम्
सर्वनामशब्दरूप- तत् (त्रिषु लिङ्गेषु)

एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
पुं.
एषः
एतौ
एते
स्त्री
एषा
एते
एताः
नपुं
एतत्
एते
एतानि
सर्वनामशब्दरूप- एतत् (त्रिषु लिङ्गेषु)

एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
पुं.
सः
तौ
ते
स्त्री
सा
ते
ताः
नपुं
तत्
ते
तानि





सर्वनामशब्दरूप – अस्मद्, युष्मद् (प्रथमा वि.)

एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
अस्मद् (मैं)
अहम्
आवाम्
वयम्
युष्मद् (तुम)
त्वम्
युवाम्
यूयम्

अव्ययपदानि –
     नीचैः = नीचे           उपरि = ऊपर
      समीपे = पास में       कोणे = कोने में
      अन्तः = अन्दर                   च = और
अधः = नीचे             अपि = भी
अद्य = आज             बहिः = बाहर
कर्ता-क्रिया-सम्बन्ध

एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्र. पु
सः/सा
पठति
तौ/ते
पठतः
ते/ताः
पठन्ति
म. पु. युष्मद् (तुम)
त्वम्
पठसि
युवाम्
पठथः
यूयम्
पठथ
उ.पु.
अस्मद् (मैं)
अहम्
पठामि
आवाम्
पठावः
वयम्
पठामः



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